Dil Ka Alam (Part 4)


सुबह हो चुकी हैं सारे लोग जल्दी जल्दी तैयार हो रहे है म्यूजिक स्कूल जाने के लिए ताकि जल्द से जल्द प्रैक्टिस रूम पहुंचा जाएँ. उस म्यूजिक स्कूल सभी ग्रूप का अपन अपना प्रैक्टिस रूम्स रहता है वो भी बस उन ग्रुप के लिए जो पिछले बार प्रतियोगिता में भाग लिए थे और नए में जो भी सेलेक्ट होगा उनको नया प्रैक्टिस रूम मिलेगा और जबकि वहाँ गाना रिकॉर्डिंग रूम तीन ही है इसलिए सबको अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है. प्रतियोगिता में सबसे पहले हर ग्रुप को पाना एक गाना रिकॉर्ड कर के जमा करना पड़ता है और पचास अच्छे गानो को वो सेलेक्ट करते है आगे दौर के के लिए. हमारे आलम ग्रूप के सारे मेंबर प्रैक्टिस रूम में पहुँचते है थोड़ा गाना अभ्यास करने के लिए ताकि रिकॉर्डिंग के वक़्त परेशानी ना हो. सभी मेमबेर्स आलम के प्रैक्टिस रूम में पहुँचते हैं आरज़ू को म्यूजिक स्कूल की औपचात्रिकता पूरी करनी होती है इसलिए वो वहाँ व्यस्त रहने की वजह से प्रैक्टिस रूम नहीं आ पाती. आलम के मुखिया राजा अपने मेंबर्स को अपना अपना काम बता रहा था की किसको क्या करना है और तय ये होता है की रिकॉर्डिंग में राजा और छाया गायेंगे और बाकी लोग अपना अपना इंस्ट्रूमेंट बजाएंगे जो जिसमे माहिर है जैसे केशव गिटार ऐश्वर्या वॉयलिन हर्ष पियानो और विजय ड्रम्स उन्होंने अपने काम बाँट लिए. आलम ग्रूप वाले काफी सीरियस थे क्यूंकि पिछले साल के वो िेता थे और इस बार भी किसिस हालत में उन्हें इसको जीतना ही है. सब प्रैक्टिस में जुट जाते हैं सब काफी उत्तेजित रहते इस प्रतियोगिता के लिए और अपना गाना और बजाने की प्रैक्टिस शुरुर कर देते है.

और दूसरी तरफ आरज़ू अपने काम में व्यस्त थी उसको जल्दी अपने डॉक्यूमेंट भर के जमा करना था क्युकी वो आलम ग्रुप से मिलने को बहुत बैचैन थी खासकर उसे राजा से मिलना था. वो अपना काम जल्दी जल्दी करने लगी और आलम के नुस्िक रूम काफी जोरो शोरो से तैयारी चल रह थी. तभी राजा को फ़ोन आता है की वो जल्दी से आके रिकॉर्डिंग रूम में अपना गाना रिकॉर्ड करने के लिए समय बुक करले तो राजा तुरंत निकल अड़ता है समय को फिक्स करने के लिए. और उसके जाने के पांच मिनट बाद आरज़ू प्रैक्टिस रूम पहुचती है और अंशु उसका परिचय सभी दुसरे मेंबर्स के साथ करती है आरज़ू बहुत खुश थी सब से मिल कर पर राजा नहीं था उसे कुछ देर और इंतज़ार करना पड़ेगा यही सोच कर वो उनके साथ उनकी प्रैक्टिस में मदद करती है तकरीबन एक घंटे बाद राजा का फ़ोन आता है खबर ये रहती है की शाम को सात बजे उनका रिकॉर्डिंग है और उन्हें आधे घंटे का सिर्फ समय मिला है रिकॉर्डिंग को इसलिए सब साथ बजे से पहले वहाँ पहुचें आरज़ू काफी खुश होती है आखिरकार मेरी मुलाकात राजा से होगी और मैं भी आलम ग्रूप से जल्द ही जुड़ जाउंगी.अंशु आरज़ू से कहती " सात बजे तुम्हारी इच्छा पूरी होगी क्यूंकि तुम हमारे कप्तान साहब से मिलगी" ऐसा कहकर वो उसकी खिचाई करने लगी सारे लोग हसने लगे ये बात सुनकर.

साथ बजने वाले थे सारे लोग रिकॉर्डिंग रूम में पहुंच चुके थे आरज़ू और अंशु अलग से बैठकर उनको देख रहे थे लेकिन राजा अभी तक नहीं पंहुचा और रिकॉर्डिंग शुरू होने ही वाली थी तभी राजा वहाँ पहुचता है अंशु राजा की और इशारा करती और कहती है की वही राजा है राजा की तरफ देखकर आरज़ू चोंक जाती है ये यो वही बाँदा है जिसने उसको बस स्टैंड में बैग लौटने में मदद की आरज़ू के अंदर राजा के लिए इज़्ज़त और बढ़ जाती है. रिकॉर्डिंग शुरू होती है और राजा और छाया गाने लगते है वाह क्या आवाज़ है दोनों की कानो में गूढ़ जैसा लग रहा था कितना अच्छा गए रहे दोनों आरज़ू बस खो चुकी थी उस गाने में. तभी अंशु राजा को इशारा करते हुए आरज़ू के बारे में बताती है की ये नयी लेखक है तो राजा भी इशारे में बतात है रिकॉर्डिंग के बाद वो मिलेगा उससे ये देखकर आरज़ू को बहुत ही ख़ुशी हुई. रिकॉर्डिंग पूरा हुआ गाना काफी अच्छा आया है सारे लोग खासकर राजा काफी खुश है सभी सदस्यों के गले लगकर कर शुक्रिया अदा करने लगा ये सब देखकर आरज़ू बहुत प्रभावित हुई और तभी राजा की नज़र आरज़ू की और पड़ी और वो उसकी तरफ आ रहा था आरज़ू बहुत बैचैन होने लगी और राजा उसके पास आकर बस हेलो कहा और चला गया. राजा के इस हावभााव से आरज़ू चकित रह गयी और एक दम शांत खड़ी  रह गयी.

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